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Enhancement of Vocal Skills

By Dr. Shashank S. Maktedar   |   Goa College of Music, Altinho, Panaji, Goa
Learners enrolled: 13
The course is developed for Under Graduate students to enhance their vocal skills through study of four thatas and three ragas including a light music composition to enable the learners to understand the structure of the ragas. This course also provides hands-on training of different aspects of ragas and a few of the theoretical aspects which includes various talas as well. The objective of this course is to understand and perform Madhyalay bandish in all three ragas with detailed elaboration.

The learners who wish to have Foundation training in Hindustani Vocal  Khayal Music will be provided the same with the touch of traditional teaching style. It will also guide and encourage the students to learn the topics with some interesting aspects which are included in the course. This course is designed so as to give the learners a sound Foundation from which they can dive into the wider world of Hindustani Khayal Music. The course will be an open source for the interested learners in music a respective of geographical restrictions to join and find interested appreciation for this art.
Summary
Course Status : Upcoming
Course Type : Core
Language for course content : Hindi
Duration : 15 weeks
Category :
  • Arts
Credit Points : 4
Level : Undergraduate
Start Date : 01 Jul 2025
End Date : 31 Oct 2025
Enrollment Ends : 31 Aug 2025
Exam Date :
NCrF Level   : 4.5
Industry Details : Music Insdustry

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Course layout

Course Objective :

1. Categorization (Shudh and Vikrut  swaras) basic notes in Hindustani Classical Vocal Music.         
2. Summarization of different theoretical concepts of Hindustani Classical Vocal Music.    
3. Creating various Alankaras in different Thatas.            
4. Formulation of Madhya lay bandish with Raag Vistar along with Theka.     
5. Construction of Avartan of bandish with Aalap and Taan. 
6. Development of bandish with badhat.        
7. Point out the important phrases of ragas in its light composition.           


सप्ताह क्रमांक

दिन

शीर्षक

1

1

पाठ्यक्रम का परिचय

2

स्वर पट्टी  का परिचय कराना (Male)

3

स्वर पट्टी का परिचय कराना (Female)

4

परिभाषाएं: संगीत, नाद, स्वर , श्रुति, सप्तक

5

ऍप आधारित डिजिटल और मैनुअल तानपुरे का परिचयात्मक अध्ययन 

6

स्वर सप्तक के आधार पर  शुद्ध और विकृत स्वरों की जानकारी देकर क्रियात्मक रीति को सिखाना 

7

शुद्ध और विकृत स्वर स्थानों को लय के साथ आरोह-अवरोहात्मक गाकर दोहराना

2

1

पंडित भातखण्डे जी की स्वरलिपि पद्धति का परिचय

2

10 ठाटों  का परिचय तथा ठाट का विवरण करने वाली रचना को सिखाना 

3

बिलावल ठाट में २  स्वरों के अलंकार ठेके के साथ सीखाना

4

बिलावल  ठाट में ३ स्वरों के अलंकार ठेके सहित सीखाना

5

बिलावल ठाट में ४  स्वरों के अलंकार सीखाना

3

1

बिलावल ठाट  में ५  स्वरों के अलंकार सीखाना

2

शुद्ध स्वरों में मिश्र जाति  के अलंकारों को लय के साथ आरोही-अवरोही क्रमानुसार सिखाना 

3

शुद्ध स्वरों में सभी प्रकार के अलंकारों को दोहराना

4

परिभाषाएं  : ताल, सम, खाली और  विभाग

5

ताल तीनताल, झपताल और  दादरा खाली भरी के साथ सीखाना

4

1

कल्याण ठाट  का परिचय कराना  तथा आरोह-अवरोह क्रियात्मक रीति से सीखाना

2

कल्याण ठाट  में दो  स्वरों के अलंकार सीखाना

3

कल्याण  ठाट में तीन  स्वरों के अलंकार सीखाना

4

कल्याण ठाट में चार   स्वरों के अलंकार सीखाना

5

कल्याण  ठाट में पाँच   स्वरों के अलंकार सीखाना

6

कल्याण  ठाट में सभी प्रकार के अलंकारों को दोहराना

5

1

परिभाषाएं : आरोह,-अवरोह, पकड़, वादी-संवादी स्वर, आलाप और तान 

2

राग संकल्पना को स्पष्ट करना

3

राग यमन का शास्त्रोक्त परिचय सिखाना

4

राग यमन  की रोचक कथाओं  के बारे में  चर्चा

5

राग यमन में आरोह-अवरोह और पकड़ सिखाना

6

राग यमन में प्रमुख स्वर संगतियाँ सिखाना

6

1

यमन राग में पलटा सिखाना

2

राग यमन में पलटे का विकास सिखाना

3

राग यमन में आरोह-अवरोह और पकड़ को दोहराना

4

राग यमन में  सरगम गीत का स्थायी अंतरा ठेके सहित सिखाना

5

राग यमन में लक्षण गीत को स्थायी अंतरा ठेके सहित सिखाना

6

राग यमन  में बंदिश, पूर्व परिचयात्मक आलाप तथा बंदिश ठेके सहित सिखाना

7

1

राग यमन  के प्रारंभिक आलाप को ठेका सहित बंदिश के साथ सिखाना 

2

राग यमन में ठेका सहित बंदिश के  आलाप का विकास सिखाना

3

राग यमन की बंदिश में  ठेका सहित तानों को सिखाना

4

राग यमन में परिचयात्मक आलाप के साथ बंदिश की आलाप, तान सहित वृद्धि  को दोहराना

5

राग यमन में सुगम संगीत की रचना बिना ठेके के सिखाना

6

राग यमन में सुगम संगीत की रचना ताल के साथ आए हुए राग की स्वर संगतियों को सिखाना 

8

1

भैरवी ठाट का परिचय कराके आरोह-अवरोह क्रियात्मक तरीके से सिखाना

2

भैरवी ठाट में दो  स्वरों के अलंकार सीखाना

3

भैरवी ठाट में तीन  स्वरों के अलंकार सीखाना

4

भैरवी  ठाट में चार  स्वरों के अलंकार सीखाना

5

भैरवी  ठाट में पाँच  स्वरों के अलंकार सीखाना

6

भैरवी ठाट में सभी प्रकार के अलंकारों को दोहराना

9

1

राग मालकौंस  के परिचय के साथ-साथ आरोह-अवरोह तथा पकड़ सिखाना  

2

राग मालकौंस की रोचक कथाओं  पर चर्चा

3

राग मालकौंस में प्रमुख स्वर संगतियाँ सिखाना

4

मालकौंस  राग में पलटा सिखाना

5

राग मालकौंस में  पलटे का विकास सिखाना

6

राग मालकौंस  में  सरगम गीत का स्थायी अंतरा ठेके सहित सिखाना

7

राग मालकौंस  में लक्षण गीत को  स्थायी अंतरा ठेके सहित सिखाना

10

1

राग मालकौंस   में बंदिश, पूर्व परिचयात्मक आलाप तथा बंदिश ठेके सहित सिखाना

2

राग मालकौंस के प्रारंभिक आलाप को ठेका त्तथा बंदिश के साथ सिखाना 

3

राग मालकौंस में ठेका सहित बंदिश के आलाप का विकास सिखाना

4

राग मालकौंस की  बंदिश में  तानों को ठेका सहित  सिखाना

5

राग मालकौंस में  परिचयात्मक आलाप के साथ बंदिश की आलाप और  तान को विस्तारपूर्वक दोहराना

6

राग मालकौंस  में सुगम संगीत की रचना बिना ठेके के सिखाना

7

राग मालकौंस  में सुगम संगीत की रचना ताल के साथ सीखकर  उसमें आए हुए राग की स्वर संगतियों को सिखाना 

11

1

तोड़ी ठाट का परिचय कराना तथा आरोह-अवरोह क्रियात्मक रीति से सिखाना

2

तोड़ी  ठाट में दो  स्वरों के अलंकार सिखाना 

3

तोड़ी  ठाट में तीन  स्वरों के अलंकार सिखाना

4

तोड़ी  ठाट में चार  स्वरों के अलंकार सिखाना

5

तोड़ी  ठाट में पाँच  स्वरों के अलंकार सिखाना

6

तोड़ी ठाट में  सभी प्रकार के अलंकारों को दोहराना

12

1

राग तोड़ी के परिचय के साथ आरोह-अवरोह तथा पकड़ सिखाना 

2

राग तोड़ी की रोचक कथाओं की चर्चा

3

राग तोड़ी में प्रमुख स्वर संगतियाँ सिखाना

4

तोड़ी राग में पलटा सिखाना

5

राग तोड़ी  में पलटे का विकास सिखाना

6

राग तोडी में सरगम गीत के स्थायी अंतरे को ठेका सहित सिखाना

7

राग तोड़ी  में लक्षण गीत का स्थायी अंतरा ठेके सहित सिखाना

13

1

राग तोड़ी में बंदिश पूर्व परीचयात्मक आलाप तथा बंदिश ठेके सहित सिखाना

2

राग तोड़ी में ठेका सहित बंदिश के आलाप सिखाना

3

राग तोड़ी में ठेकासहित बंदिश के विकसित आलाप सिखाना

4

राग तोड़ी की बंदिश मे ठेका सहित तानों को सिखाना

5

राग तोड़ी में परिचयात्मक आलाप के साथ बंदिश की आलाप को तान सहित विस्तारपूर्वक दोहराना

6

राग तोड़ी में सुगम संगीत की रचना बिना ठेके के सिखाना 

7

राग तोड़ी  में सुगम संगीत की रचना ताल के साथ सिखाकर   उसमें आए हुए राग की स्वर संगतियों को सिखाना  

14

1

तोड़ी ठाट में सभी प्रकार के अलंकारों को दोहराना

2

तोड़ी राग में सिखाए हुए सरगम गीत, लक्षण गीत तथा बंदिश को दोहराना

3

बिलावल और कल्याण ठाट में सभी प्रकार के अलंकारों को दोहराना

15

1

यमन  राग में सिखाए हुए सरगम गीत, लक्षण गीत तथा बंदिश को दोहराना

2

भैरवी ठाट में सभी प्रकार के अलंकारों को दोहराना

3

मालकौंस  राग में सिखाए हुए सरगम गीत, लक्षण गीत तथा बंदिश को दोहराना

               

Instructor bio

Dr. Shashank S. Maktedar

Goa College of Music, Altinho, Panaji, Goa
Dr. Shashank S. Maktedar, Professor and Principal of Goa College of Music, Altinho, Panaji, Goa, is an accomplished vocalist and academician with extensive training in the Guru Shishya Parampara under Padmashri Pt. Ulhas Kashalkar at the ITC Sangeet Research Academy, Kolkata. With over two decades of teaching experience at both undergraduate and postgraduate levels, he has nurtured young talent while representing the rich traditions of the Gwalior, Agra, and Jaipur Gharanas. As the Overall Coordinator for the MOOC course in Music, he has played a pivotal role in course design, proforma development, video recording, and assessment planning.

Course certificate

30 Marks will be allocated for internal assessment and 70 Marks will be allocated for end term proctored examination.

Securing 40% in both separately is mandatory to pass the course and get Credit Certificate. 


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