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SSB-001: Pratham Bodhah ( सरल संस्‍कृत बोध ‘’ प्रथमबोध: ‘’)

By डॉ. देवेश कुमार मिश्र   |   इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय
Learners enrolled: 278

सरल संस्‍कृतस्‍य प्रथमबोध: संस्कृत-भाषाशिक्षणस्य प्रथमं सोपानम् अस्ति। अस्मिन्‍ पाठ्यक्रमे वर्णमाला ज्ञानादाराभ्‍य शब्‍दपरिचय , संज्ञा,  सर्वनाम, शुद्धाशुद्धशब्‍दानां विचार:, संख्‍यापरिचय: , गृहोपकरण , शरीरावयवानां , सम्‍बन्‍धवाचकशब्‍दानां , व्‍यवसायवाचकनामावली , विभक्‍ति ,पुरूष ,वचन, सन्धिसमासकारकादीनां वर्णनम् अस्ति । 

यह पाठ्यक्रम भाषा शि‍क्षण का प्रथम सोपान है। इसमें वर्णमाला के ज्ञान से आरम्‍भ करके संज्ञ, सर्वनाम, शु्द्ध  और अशुद्ध शब्‍दों का विचार, संख्‍या परिचय , घरेलू उपकरण, शरीर के अवयव, सम्‍बन्‍धों के वाचक शब्‍द,  व्‍यवसाय वाचक शब्‍दों की नामावली के साथ विभक्ति, वचन, पुरूष, सन्धि, समास और कारकों का सरल भाषा में वर्णन किया गया है।  


Summary
Course Status : Completed
Course Type : Core
Language for course content :
Duration : 16 weeks
Category :
  • Language
Credit Points : 4
Level : Certificate
Start Date : 01 Sep 2022
End Date :
Exam Date :

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Course layout


सप्ताह

शीर्षक

सप्ताह-1

संस्कृतवर्णमालापरिचय:

सप्ताह-2

वर्णोच्चारण-अभ्यास:, लेखन-अभ्यास: 

सप्ताह-3

शब्दपरिचय:

सप्ताह-4

शुद्ध शब्दानां विचार: 

सप्ताह-5

अशुद्ध शब्‍दानां विचार: 

सप्ताह-6

संख्या-परिचय:

सप्ताह-7

संख्यापदानां लिङ्गभेद-संकेतश्च 

सप्ताह-8

गृहोपकरण-नामावली, संबन्धवाचक-शब्दावली   

सप्ताह-9

शरीरावयव-नामावली, व्यवसायवाचक-नामावली  

सप्ताह-10

विभक्ति-पुरुष-लिङ्ग-वचन-परिचय: 

सप्ताह-11

स्वर-सन्धि: 

सप्ताह-12

व्यञ्जन-विसर्ग-सन्धी 

सप्ताह-13

समास-परिचय: - प्रथमो भाग:  

सप्ताह-14

समास-परिचय: - द्वितीयो भाग:  

सप्ताह-15

कारक-परिचय: - प्रथमो भाग:  

    सप्ताह-16 

कारक-परिचय: - द्वितीयो भाग:


Books and references

    • भाषाप्रवेशः – डॉ. चाँद किरण सलूजा – संस्कृत भारती दिल्ली  

    • संस्कृतरचना – श्री वामन शिवराम आप्टे  - चौखम्बा विद्याभवन वाराणसी

    • संस्कृत शिक्षण सरणी – आचार्य राम शास्त्री  - परिमल पब्लिकेशन दिल्ली

    • अनुवादरत्नाकरः  - डॉ. रमाकान्त त्रिपाठी – चौखम्बा विद्याभवन वाराणसी

    •  बृहद् अनुवाद चन्द्रिका  - चक्रधर नौटियाल ‘हंस’ शास्त्री – मोतीलाल बनारसीदास

    • https://egyankosh.ac.in/handle/123456789/78992

Instructor bio

डॉ. देवेश कुमार मिश्र

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय
दीनदयाल उपाध्‍याय गोरखपुर विश्‍वविद्यालय गोरखपुर से  डॉ0 मिश्र ने संस्‍कृत विषय में स्‍वर्ण पदक के साथ परास्‍नातक उपाधि प्राप्‍त करके दो बार यू.जी.सी. नेट, जे.आर.एफ. परीक्षा उत्‍तीर्ण की।  2005 में 16 वीं शताब्‍दी के आधुनिक काव्‍यशास्‍त्रीय ग्रन्‍थ अलंकारशेखर की पाण्डुलिपि प्राप्‍त करके शोधकार्य सम्‍पन्‍न किया । साथ ही शिक्षाशास्‍त्र में बी.एड. उपाधि भी ग्रहण की । प्राचीन इतिहास विषय में परास्‍नातक उपाधि एक अतिरिक्‍त उपलब्धि  है । संस्‍कृत भाषा के व्‍याकरण के पठन- पाठन हेतु दो पुस्‍तकें गोरखपुर विश्‍वविद्यालय के स्‍नातक पाठ्यक्रमानुसार प्रकाशित व प्रचलित भी हैं । इनके राष्‍ट्रीय तथा अन्‍तर्राष्‍ट्रीय पत्रिकाओं में 20 से अधिक गवेषणात्‍मक शोध पत्र भी प्रकाशित हैं । डॉ0 मिश्र ने सम्पादित पुस्‍तकों में अध्‍याय  लेखन के साथ-साथ पुनश्‍चर्या पाठ्यक्रमों में कई व्‍याख्‍यान भी दिये हैं । ऑनलाइन व्‍याख्‍यानों की श्रृखंला में 25 से अधिक व्‍याख्‍यान आपने विभिन्‍न विषयों पर प्रदान किया है। दूरस्‍थ शिक्षा के संस्‍कृत विषयक विभिन्‍न क्षेत्रों में 50 से अधिक इकाईया लिखित व प्रकाशित हैं।


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